गणेश उत्सव की शुरुआत
गणेश उत्सव की शुरुआत कब और किसने की, इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। माना जाता है कि यह उत्सव प्राचीन काल से ही मनाया जा रहा है। हालांकि, आधुनिक गणेश उत्सव की शुरुआत 1893 में महाराष्ट्र के लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने की थी।
गणेश उत्सव की शुरुआत कब और किसने की
तिलक ने गणेश उत्सव को एक राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाने की शुरुआत की। उन्होंने गणेश उत्सव को एक सांस्कृतिक और सामाजिक आंदोलन के रूप में देखा। तिलक का मानना था कि गणेश उत्सव हिंदुओं को एकजुट करने और उनके बीच राष्ट्रीय चेतना पैदा करने में मदद करेगा।
तिलक ने गणेश उत्सव को 10 दिनों तक मनाने की शुरुआत की। उन्होंने गणेश उत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों और समारोहों का आयोजन किया। तिलक के प्रयासों से गणेश उत्सव एक राष्ट्रीय उत्सव बन गया।
गणेश उत्सव आज भी भारत के कई हिस्सों में धूमधाम से मनाया जाता है। यह उत्सव हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहार है।
गणेश उत्सव की शुरुआत के बारे में कुछ अन्य सिद्धांत
कुछ विद्वानों का मानना है कि गणेश उत्सव की शुरुआत पेशवाओं ने की थी। पेशवाओं ने गणेश उत्सव को एक सार्वजनिक त्योहार के रूप में मनाने की शुरुआत की।
अन्य विद्वानों का मानना है कि गणेश उत्सव की शुरुआत सप्तवाहन शासकों ने की थी। सप्तवाहन शासकों ने गणेश जी को अपने कुल देवता के रूप में पूजा जाता था।
निष्कर्ष
गणेश उत्सव की शुरुआत कब और किसने की, इस बारे में कोई एक निश्चित जवाब नहीं है। हालांकि, यह माना जाता है कि यह उत्सव प्राचीन काल से ही मनाया जा रहा है। आधुनिक गणेश उत्सव की शुरुआत 1893 में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने की थी।