हिंदी दिवस पर कविता हिन्दी में लिखी हुई | Hindi Diwas par kavita short Hindi mein

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आज हिंदी दिवस के मौके पर हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ कविताओं का संग्रह जिन्हें आप हिंदी दिवस के मौके पर अपने स्कूल और कार्यालय में अपने दोस्तों और शिक्षकों के सामने पेश कर सकते हैं हिंदी हमारी मातृभाषा है और हिंदी पर हमें गर्व होना चाहिए। चलिए आगे देखते हैं हिंदी दिवस पर लिखी गई कविताएं।

हिंदी दिवस पर कविता हिन्दी में लिखी हुई | Hindi Diwas par kavita short Hindi mein

हिंदी दिवस पर कविता हिन्दी में लिखी हुई | Hindi Diwas par kavita short Hindi mein

हिंदी दिवस पर कविता 1

आज है हिंदी दिवस,

हम सबको है खुशी,

इस दिन को मनाते हैं,

अपनी भाषा से प्यार करते हैं।


हिंदी हमारी मातृभाषा है,

इसमें हम बचपन से बोलते हैं,

इससे ही हम सोचते हैं,

और इस पर हम लिखते हैं।


हिंदी हमारी संस्कृति है,

इसमें हम अपने विचारों को व्यक्त करते हैं,

इससे ही हम एक-दूसरे से जुड़ते हैं,

और इस पर हम अपना भविष्य बनाते हैं।


आइए हम सब मिलकर,

हिंदी को बढ़ावा दें,

इसके प्रचार-प्रसार में,

अपना योगदान दें।


अर्थ

इस कविता में हिंदी दिवस के महत्व को बताया गया है। हिंदी हमारी मातृभाषा है, इस पर हम बचपन से बोलते हैं, सोचते हैं और लिखते हैं। हिंदी हमारी संस्कृति है, इससे ही हम एक-दूसरे से जुड़ते हैं। आइए हम सब मिलकर हिंदी को बढ़ावा दें।


शब्दार्थ

हिंदी दिवस: भारत में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।

मातृभाषा: वह भाषा जो किसी व्यक्ति के जन्म से ही उसके परिवार और समाज में प्रचलित होती है।

संस्कृति: किसी समाज के विचारों, रीति-रिवाजों, खान-पान, रहन-सहन आदि का समग्र रूप।

प्रचार-प्रसार: किसी बात या विचार को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का कार्य।

योगदान: किसी कार्य में अपना हिस्सा देना या उसमें मदद करना।


हिंदी दिवस पर कविता 2

आज है हिंदी दिवस,

माँ भारती का यह पर्व,

हिंदी की जय बोलो,

अपने देश को गौरवान्वित करो।


हिंदी हमारी मातृभाषा,

इसमें हम बचपन से बोलते हैं,

इससे ही हम सोचते हैं,

और इस पर हम लिखते हैं।


हिंदी हमारी संस्कृति,

इसमें हम अपने विचारों को व्यक्त करते हैं,

इससे ही हम एक-दूसरे से जुड़ते हैं,

और इस पर हम अपना भविष्य बनाते हैं।


हिंदी को बढ़ावा दें,

इसके प्रचार-प्रसार में,

अपना योगदान दें,

और इसे विश्व भाषा बनाएँ।


अर्थ

इस कविता में हिंदी दिवस के महत्व को बताया गया है। हिंदी हमारी मातृभाषा है, इस पर हम बचपन से बोलते हैं, सोचते हैं और लिखते हैं। हिंदी हमारी संस्कृति है, इससे ही हम एक-दूसरे से जुड़ते हैं। आइए हम सब मिलकर हिंदी को बढ़ावा दें और इसे विश्व भाषा बनाएँ।


शब्दार्थ

मातृभाषा: वह भाषा जो किसी व्यक्ति के जन्म से ही उसके परिवार और समाज में प्रचलित होती है।

संस्कृति: किसी समाज के विचारों, रीति-रिवाजों, खान-पान, रहन-सहन आदि का समग्र रूप।

प्रचार-प्रसार: किसी बात या विचार को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का कार्य।

योगदान: किसी कार्य में अपना हिस्सा देना या उसमें मदद करना।


हिंदी दिवस पर कविता 3

हिंदी हमारी मातृभाषा

इसमें हम बोलते हैं, लिखते हैं

इसमें हम सोचते हैं, सपने देखते हैं

यह हमारी संस्कृति का आधार है


हिंदी हमारी पहचान है

इसमें हम अपने विचारों को व्यक्त करते हैं

इसमें हम एक-दूसरे से जुड़ते हैं

यह हमारा राष्ट्रीय गौरव है


आज है हिंदी दिवस

इस दिन को मनाते हैं

अपनी भाषा से प्यार करते हैं

और इसकी रक्षा करते हैं


आइए हम सब मिलकर

हिंदी को बढ़ावा दें

इसके प्रचार-प्रसार में

अपना योगदान दें


हिंदी को विश्व भाषा बनायें

और देश का नाम रोशन करें


अर्थ

इस कविता में हिंदी की महत्ता को बताया गया है। हिंदी हमारी मातृभाषा है, इसमें हम बचपन से बोलते हैं, लिखते हैं, सोचते हैं और सपने देखते हैं। यह हमारी संस्कृति का आधार है और हमारी पहचान है। हिंदी में हम अपने विचारों को व्यक्त करते हैं और एक-दूसरे से जुड़ते हैं। यह हमारा राष्ट्रीय गौरव है।

आइए हम सब मिलकर हिंदी को बढ़ावा दें और इसे विश्व भाषा बनायें।


शब्दार्थ

मातृभाषा: वह भाषा जो किसी व्यक्ति के जन्म से ही उसके परिवार और समाज में प्रचलित होती है।

पहचान: किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान की विशेषता जो उसे दूसरों से अलग करती है।

प्रचार-प्रसार: किसी बात या विचार को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का कार्य।

योगदान: किसी कार्य में अपना हिस्सा देना या उसमें मदद करना।

आशा है कि हिन्दी दिवस की ये कविताएं आपको पसंद आई होगी।

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