ओणम त्योहार पर निबंध हिंदी में | Essay on Onam fest
ओणम त्योहार भारतीय उपमहाद्वीप में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है, जो कर्तिक मास के पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार प्रकृति, कृषि, और समृद्धि की आशीर्वादना का प्रतीक माना जाता है और इसे खूबसूरत फूलों और रंगों की बहार के साथ मनाया जाता है।
ओणम शब्द का अर्थ है "वित्तु" या "कान्नी"। यह त्योहार मुख्य रूप से केरल राज्य में धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन आजकल यह भारत और विदेशों में भी उत्साह से मनाया जाता है। इस त्योहार का आयोजन चिंब बोली जाने वाली भाषा मलयालम के प्रवृत्ति अनुसार होता है, जिसमें लोग गीत, नृत्य, और परिवारिक आत्मबल के साथ इसे मनाते हैं।
ओणम के आयोजन का आदान-प्रदान आमतौर पर चिंब यात्रा से शुरू होता है, जिसमें महिलाएं समृद्धि की प्रतीक चिंब गाती हैं और घरों के सामने रंगों की रंगीन आकृतियों का रंग उड़ाती हैं। यह त्योहार चार-दिन की अवधि के दौरान मनाया जाता है, जिसमें प्रत्येक दिन के लिए विशेष रंगों और रंगीन फूलों के परिधान पहनकर खुशियों का आयोजन किया जाता है।
ओणम का प्रमुख उत्सव अथवा आयोजन कुटुंबश्री अथवा समूहिक खाद्य भोजन होता है, जिसमें विभिन्न प्रकार की स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए जाते हैं। इसके अलावा, पुल्लूक्कुट्त कला, विलुक्कुट्त नृत्य, और कथाकली जैसी पारंपरिक कलाओं का प्रदर्शन भी किया जाता है, जो लोगों को मनोरंजन और मनोबल प्रदान करते हैं।
ओणम के अवसर पर लोग परिवार और मित्रों के साथ एक-दूसरे के साथ खुशियों का आनंद लेते हैं और इस अवसर पर अपने जीवन में नए आरंभों की शुरुआत करते हैं। यह त्योहार एकता, सहयोग, और समरसता की भावना को प्रोत्साहित करता है और लोगों को अपने रूचिकर धरोहर के प्रति गर्व महसूस कराता है।