गायत्री मंत्र का फोटो अर्थ सहित | Gayatri Mantra lyrics image
आज हम आपके लिए लाएं हैं आपके लिए गायत्री मंत्र उसका अर्थ इमेज के रूप में ताकि आप उस इमेज को डाउनलोड करके अपने मोबाइल में सेव कर सके या अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भेज सकें।
शास्त्रों में एक कथा है कि एक बार ब्रहामाजी यज्ञ में शामिल होने के लिए जा रहे थे। यज्ञ जैसे धार्मिक कार्यों में सपत्नी शामिल होने पर उसका पूरा फल मिलता है, लेकिन उस समय उनकी पत्नी सावित्री उनके साथ में नही थी इसलिए यज्ञ में पत्नी के साथ शामिल होने के लिए उन्होंने देवी गायत्री से विवाह कर लिया।
मान्यता है कि चारों वेदों का ज्ञान प्राप्त करने के बाद जो पुण्य फल मानव को मिलता है अकेले गायत्री मंत्र को समझने मात्र से चारों वेदों का ज्ञान मिल जाता है। गायत्री माता को सनातन संस्कृति की जन्मदाता भी माना जाता है।
गायत्री मंत्र का फोटो | Gayatri Mantra image
गायत्री मंत्र का फोटो | Gayatri Mantra image |
ॐ भूर्भुवः स्वः
तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्यः धीमहि
धियो यो नः प्रचोदयात् ॥
इसका अर्थ होगा- 'उस, प्राणस्वरूप, दुखनाशक, सुख स्वरुप, तेजस्वी, श्रेष्ठ, पापनाशक, दिव्य परमात्मा (ईश्वर) को हम अपनी अंतरात्मा में धारण करें. जो हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे.
गायत्री मंत्र का फोटो अर्थ सहित | Gayatri Mantra lyrics image with meaning in Hindi
गायत्री मंत्र का फोटो |
गायत्री मंत्र जाप का तरीका:
1.गायत्री मंत्र का जाप करते समय रीढ़ की हड्डी सीढ़ी करके कुश के आसन के आसन पर पालथी मारकर बैठने की मुद्रा में जाप करना चाहिए।
2.गायत्री मंत्र का जाप करने से पहले शरीर की शुद्धि कर लेनी चाहिए. इसके लिए सुबह नहाने धोने के बाद ही जाप करना चाहिए।
3.मंत्रों का जप करते समय उच्चारण का काफी महत्व होता है. इसलिए आहिस्ता आहिस्ता मंत्र का जाप करना चाहिए।
4.अगर आप माला से जाप करना चाहते हैं तो तुलसी के 108 मानकों की माला से भी गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। vhoriginal.com इनकी पुष्टि नहीं करता।