नर्मदा जयंती नर्मदा प्रकटोत्सव कब है 2023
(Narmada Jayanti 2023 Date) नर्मदा जयंती को नर्मदा प्रकटोत्सव भी कहा जाता है नर्मदा को भारत की प्रमुख नदियों में गिना जाता है हिंदू धर्म में भगवान शिव के साथ नर्मदा माता का भी वर्णन सुनने को बहुत आसानी से मिल जाता है। भगवान शिव का पुराणों व शास्त्रों में विशेष स्थान है, जिससे नर्मदा माता का महत्व भी बहुत बढ़ जाता है। अमरकंटक से प्रवाहित होने के कारण इस राज्य में नर्मदा जयंती का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में जितना महत्व गंगा स्नान का है, उतना ही महत्व नर्मदा स्नान का भी है। आइए जानते हैं कब है नर्मदा जयंती, शुभ मुहूर्त क्या है, महत्व क्या है।
नर्मदा जयंती |
नर्मदा जी को गंगा के समान ही पवित्र माना जाता है। कुछ राज्यों में इनकी पूजा और पाठ बहुत बड़े स्तर पर किए जाते हैं। ऐसे में नर्मदा जयंती का इनके भक्तों के लिए विशेष स्थान है। लोग इसे नर्मदा जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं। हिंदु पंचांग के अनुसार नर्मदा जयंती वर्ष के माघ महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को उनके जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है।5
नर्मदा जयंती प्रकटोत्सव कब है
नर्मदा जयंती 28 जनवरी 2023 को है। हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी में 27 जनवरी 2023 को सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर शुरू हो रही है और अगले दिन 28 जनवरी सुबह 8 बजकर 3 मिनट पर समाप्त हो रही है। नर्मदा जयंती 28 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी. इस शुक्ल पक्ष की सप्तमी के दिन नर्मदा जी की पूजा से सामान्य पूजा की अपेक्षा कई गुना फल मिलता है।
नर्मदा स्नान का शुभ मुहूर्त
नर्मदा जयंती 28 जनवरी 2023 को है लेकिन स्नान करने का शुभ मुहुर्त 27 जनवरी 12 बजकर 18 मिनट से शुरू हो रहा है, और 28 जनवरी दोपहर 01 बजकर 02 तक है।
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नर्मदा स्नान का महत्व
हिंदू पंचांग में नर्मदा जयंती के दिन नदी में स्नान और पूजा पाठ करने से जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं और घर में शांति एवं समृद्धि का आगमन होता है। विष्णु पुराण के अनुसार नाग राजाओं ने मिलकर मां नर्मदा को वरदान दिया था जो भी व्यक्ति नर्मदा नदी में स्नान करेंगा उसके सभी पाप कट जाएंगे और वह सीधे मोक्ष को प्राप्त होगा।हर हर नर्मदे हर।