काली हांडी (हड़िया) में खाना बनाने के 5 फायदे और 1 नुकसान | Benefits of Black Clay pots in Hindi

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काली हांडी में खाना बनाने के फायदे और नुकसान | Kaali Handi me Khana Banane ke fayde

आज हम जानेंगे काली हांडी में खाना बनाने से हमें क्या-क्या फायदे होते हैं। और काली हांडी में खाना बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और काली हांडी में खाना बनाने से होने वाले नुकसानओं के बारे में।

काली हांडी Kaali Handi  (1)
काली हांडी Kaali Handi

यहां पर हांडी और हड़िया का मतलब मिट्टी के बर्तन से है। मिट्टी के ऐसे बर्तन जिनमे भोजन पकाया जाता है उसे हांडी या हड़िया कहा कहा जाता है।

आजकल घरों में आमतौर पर एलुमिनियम और स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल खाना बनाने के लिए किया जाता है लेकिन आज से बहुत समय पहले बर्तनों के बजाए काली हांडीयों का इस्तेमाल खाना पकाने के लिए किया जाता था। पुराने समय में लोग घरों में काली हांडी का ही इस्तेमाल करते थे। लेकिन समय के साथ यह परंपरा धीरे-धीरे खत्म हो गई लेकिन हम आपको बता दें कि मिट्टी में बने हुए भोजन के कई फायदे होते हैं आज हम उन्हीं फायदों के बारे में जानेंगे।

काली हांडी में खाना बनाने के फायदे | Kaali Handi me Khana Banane ke fayde

1: भरपूर पोषण प्राप्त होता है 

काली हांडी में खाना बनाते समय खाने में मौजूद पोषक तत्व नष्ट नहीं होते इसकी जगह यदि हम एलुमिनियम या स्टील के बर्तन का प्रयोग करते हैं भोजन बनाते समय भोजन में मौजूद बहुत से पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं लेकिन काली हांडी में खाना बनाते समय ऐसा बिल्कुल नहीं होता और काली हांडी में भोजन में मौजूद सारे पोषक तत्व सही मात्रा में रहते हैं।

काली हांडी Kaali Handi
काली हांडी Kaali Handi

2: कम तेल लगता है

यदि हम काली हांडी में खाना बनाने से पहले काली हांडी को 8 से 10 घंटे तक पानी में डूबा कर रख लें उसके बाद हम उसमें भोजन पकाएं तो हमें कम तेल की जरूरत पड़ती है क्योंकि काली हांडी पहले से ही पानी को अपने अंदर पूरी तरह से सोख लेते हैं इसीलिए खाना बनाते समय जो हम तेल का इस्तेमाल करते हैं उसे काली हांडी नहीं सोखते और कम तेल में ही खाना पक जाता है और कम तेल में पका हुआ भोजन हमारे स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है।

3: लाजवाब स्वाद होता है

काली हांडी में पके हुए भोजन का स्वाद लाजवाब होता है भोजन में एक अलग तरह की ही सोंधी सोंधी खुशबू आती है जो बहुत अच्छी लगती है काली हांडी में बनी हुई चाय और बना हुआ भोजन इसकी सभी बहुत तारीफ करते हैं क्योंकि इसका स्वाद लाजवाब होता है। आज भी ऐसे बहुत से आदिवासी इलाके हैं जहां पर लोग काली हांडी का प्रयोग करते हैं। आपने भी कई तरह होटलों में हांडी पुलाव, हांडी चिकन, हांडी मटन, हांडी खिचड़ी आदि के बारे में जरूर सुना होगा ये काली हांडी में ही पकते हैं इसीलिए इनका स्वाद लाजवाब होता है।

4: पेट की समस्याओं में आराम मिलता है

चूंकि काली हांडी में खाना बनाने से भोजन में सारे पोषक तत्व अच्छी मात्रा में मौजूद रहते हैं इसीलिए हमें पेट की सभी तरह की समस्याओं में आराम मिलता है। अपच और गैस की समस्या दूर होती है पौष्टिकता के साथ-साथ ये भोजन का स्वाद भी बढ़ाते हैं कब्ज की समस्या दूर होती है और भोजन में मौजूद पोषक तत्व नष्ट नहीं होते जिससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है।

5: इंधन की कम खपत होती है

काली हांडी जल्दी गर्म हो जाते हैं इसीलिए खाना बनाते समय हम जो गैस या लकड़ी के चूल्हे का इस्तेमाल करते हैं उनमें ईंधन की खपत कम होती है। जल्दी गर्म हो जाने के कारण काली हांडी में खाना जल्दी पक जाता है।

काली हांडी में खाना बनाने से पहले इन बातों का ध्यान रखें -

1: काली हांडी को अच्छी तरह साफ कर लें।

2: खाना बनाने से 6 या 10 घंटे पहले काली हांडी को पानी में डूबा दें।

काली हांडी में खाना बनाने के नुकसान

काली हांडी में खाना बनाने से कोई ज्यादा नुकसान नहीं है लेकिन 1)एक ही हांडी का बार बार प्रयोग करना नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि काली हांडी आसानी से साफ नहीं होती और थोड़ा बहुत खाना इनमे चिपका रहता है जिससे काली हांडी में बैक्टीरिया पनपने के चांस बढ़ जाते हैं इसीलिए समय-समय में काली हांडी को बदलते रहें।

आपको किस तरह का खाना पसंद है और आप घर में कैसे बर्तनों का उपयोग खाना बनाने के लिए करते हैं और क्या आपने कभी काली हांडी में खाना पकाया है हमारे साथ कमेंट में जरूर शेयर कीजिएगा।

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