काली हल्दी खाने के फायदे | Kaali Haldi kya hai
आज हम जानेंगे काली हल्दी क्या है और काली हल्दी खाने से हमें क्या-क्या फायदे हो सकते हैं काली हल्दी के बहुत से फायदे हैं जो हमारे शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं आज इसी के बारे में हम पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे।
आयुर्वेदिक चिकित्सा में काली हल्दी ( Black Turmeric ) का उपयोग कई वर्षों से किया जा रहा है। आयुर्वेद में इसे हरिद्रा कहते है। काली हल्दी ( Black Turmeric ) भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण पूर्व एशिया का पौधा है। यह एक बारहमासी पौधा है इसके पौधे में फूल आते है।
काली हल्दी क्या है
काली हल्दी ( Black Turmeric ) एक मसाला है और जड़ीबूटी भी है। यह करकुमा लोंगा पौधे की जड़ से प्राप्त होता है, जो अदरक परिवार में एक बारहमासी है। काली हल्दी ( Black Turmeric ) का सबसे प्रमुख सक्रिय अंश है करक्यूमिन। करक्यूमिन काली हल्दी ( Black Turmeric ) को पीला रंग देता है।
इसका विशेष तौर पर मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। खाने के साथ ही इसे सर्दी-जुकाम, त्वचा रोग व और भी तरह की बिमारियों में प्रयोग किया जाता है।
इसे २० से ३० डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान चाहिए होता है और वार्षिक वर्षा की भी अच्छी मात्रा में आवश्यकता होती है। काली हल्दी ( Black Turmeric ) पाउडर का स्वाद कड़वा, गर्म, काली मिर्च जैसा होता है और इसकी सुगंध मिट्टी, सरसों जैसी होती है।
काली हल्दी Black Turmeric |
काली हल्दी ( Black Turmeric ) के फायदे
काली हल्दी ( Black Turmeric ) सिर्फ भोजन का स्वाद ही नहीं बढ़ाती बल्कि विभिन्न तरह के शारीरिक फायदे भी प्रदान करती है। जानते है काली हल्दी ( Black Turmeric ) के फायदे क्या है।
मजबूत हड्डियां
काली हल्दी ( Black Turmeric ) वाला दूध पीने से हड्डियां मजबूत होती है। दूध में कैल्शियम होता है जिससे शरीर मजबूत बनता है और काली हल्दी ( Black Turmeric ) में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुण होते है। जो हड्डी से संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करते है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या भी कम होती है।
कैंसर से बचाएं
कच्ची काली हल्दी ( Black Turmeric ) में करक्यूमिन तत्व पाए जाते है जो कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को बढ़ने से रोकते है। कच्ची काली हल्दी ( Black Turmeric ) में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते है। कच्ची काली हल्दी ( Black Turmeric ) पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर को कम करने में सहायक होती है। इस बात पर ध्यान देना जरुरी है की कच्ची काली हल्दी ( Black Turmeric ) से कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है लेकिन इसे कैंसर का इलाज नहीं कह सकते।
पाचन सुधारे
पाचन संबंधित समस्या होने पर कच्ची काली हल्दी ( Black Turmeric ) खाना चाहिए काली हल्दी ( Black Turmeric ) में पाया जाने वाला करक्यूमिन पेट और पाचन की परेशानियों को ठीक करता है। करक्यूमिन में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते है जिससे पाचन में सुधार होता है। डायरिया, अपच, गैस होने पर कच्ची काली हल्दी ( Black Turmeric ) को पानी में उबाले और इसे पिएं।
लिवर रहे स्वस्थ
लिवर से संबंधित समस्या में कच्ची काली हल्दी ( Black Turmeric ) फायदेमंद रहती है। कच्ची काली हल्दी ( Black Turmeric ) का अचार, चटनी या किसी ना किसी रूप में सेवन जरूर करे। फैटी लिवर डिजीज, लिवर की विषाक्तता, लिवर सिरोसिस की बिमारियों में कच्ची काली हल्दी ( Black Turmeric ) का सेवन करना लाभदायक होता है। लिवर से जुड़ी बीमारी के मरीजों को काली हल्दी ( Black Turmeric ) का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए।
चोट का घाव भरने में
अगर आपको छोटी मोटी चोट लग गई है तो उस जगह पर तुरंत काली हल्दी ( Black Turmeric ) लगा ले। इससे चोट पर बहने वाला खून रुक जाता है और घाव भी जल्दी ठीक हो जाता है। काली हल्दी ( Black Turmeric ) में घाव को जल्दी भरने के गुण होते है। यह चोट की जलन और दर्द को भी कम करने में मददगार है।
हाथ-पैरों का दर्द मिटाएं
काली हल्दी ( Black Turmeric ) में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण हाथ पैरों का दर्द मिटा देते है। कभी कभी हाथ-पैरों में दर्द होने लगता है ऐसा अक्सर ठंड के मौसम में ज्यादा होता है। तो ऐसे में आपको काली हल्दी ( Black Turmeric ) का सेवन करना चाहिए आप गर्म दूध में काली हल्दी ( Black Turmeric ) मिलाकर भी पी सकते है।
रक्त शोधन
काली हल्दी ( Black Turmeric ) रक्त शोधन करने वाली होती है। रोजाना काली हल्दी ( Black Turmeric ) खाने से रक्त में पाए जाने वाले विषैले तत्व शरीर से बाहर निकलते है। जिससे रक्त का बहाव भी अच्छे से होता है। रक्त पतला होने पर धमनियों में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है। इससे हृदय संबंधी समस्याएं भी नहीं होती।
सिर की फुंसियों
सिर में फुंसियां होने पर काली हल्दी ( Black Turmeric ) और त्रिफला, नीम और चन्दन को पीसकर सिर पर मालिश करें।
कान बहने में आराम
कान के बहने में आराम पाने के लिए पानी में काली हल्दी ( Black Turmeric ) डालकर उबाले छानकर इसे कान में डालें।
गले की खराश
गले की खराश दूर करने के लिए काली हल्दी ( Black Turmeric ), यवक्षार और चित्रक के २-५ ग्राम चूर्ण लें एक चम्मच शहद के साथ इसका सेवन करें
दाद खुजली में
त्वचा पर दाद खुजली हो गई है तो खुजली वाली जगह पर काली हल्दी ( Black Turmeric ) का लेप लगाएं।
काली हल्दी Black Turmeric |
अर्थराइटिस / ज्वाइंट्स पेन
अर्थराइटिस की समस्या या जोड़ों में दर्द की समस्या है तो इससे निजात पाने के लिए काली हल्दी ( Black Turmeric ) का सेवन करे। काली हल्दी ( Black Turmeric ) का सत का सेवन करने से अर्थराइटिस के लक्षणों में जैसे: दर्द, सूजन को कम करने में मदद करता है। शरीर में किसी जगह पर दर्द या सूजन है तो काली हल्दी ( Black Turmeric ) का लेप लगाने से आराम मिलता है।
पायरिया में
पायरिया होने पर काली हल्दी ( Black Turmeric ) में सरसों का तेल मिलाकर मसूड़ों पर मालिश करने से लाभ मिलता है। मसूड़ों पर मालिश करने के बाद गर्म पानी से कुल्ला करे आपको फायदा होगा।
मुँह के छालें
पाचन क्रिया खराब होने की वजह से मुँह में छाले हो जाते है। काली हल्दी ( Black Turmeric ) में उष्ण गुण होते है। जिससे पाचकाग्नि को ठीक करने में मदद मिलती है। काली हल्दी ( Black Turmeric ) मुँह के छालों को जल्द ही ठीक कर देती है।
रंगत निखारे
चेहरे की रंगत निखारने में काली हल्दी ( Black Turmeric ) का सालों से प्रयोग किया जाता रहा है। काली हल्दी ( Black Turmeric ) चेहरे की रंगत को बढ़ा देती है और चेहरे के कील मुहाँसे, दाग - धब्बों को कम कर देती है। काली हल्दी ( Black Turmeric ) को अपने उबटन में मिलाकर लगाएं।
ऊपर दी गई जानकारी आपको कैसी लगी हमें कमेंट में जरूर बताइएगा ताकि हम आगे भी आप के लिए इसी तरह से जानकारी लाते रहे।
नोट: ऊपर बताए गए उसको को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह ले लें काली हल्दी ( Black Turmeric ) कभी-कभी किसी के शरीर पर उल्टा असर भी कर सकती है।