धनतेरस में झाड़ू का महत्व | क्यों खरीदते हैं झाड़ू | dhanteras me jhadu ka mahatva
दीपावली के एक दिन पहले धनतेरस में लोगों के द्वारा कई तरह की वस्तुओं की खरीदी की जाती है जिनमें प्रमुख हैं कपड़े, बर्तन, सोना, चांदी, गहने, भूमि, मकान, गाड़ी इत्यादि। लेकिन इन सभी चीजों के अलावा हिंदू धर्म में धनतेरस के दिन खरीदी जाने वाली वस्तुओं में झाड़ू का बहुत महत्व है। आज हम जानेंगे कि आखिर धनतेरस में झाड़ू क्यों खरीद कर लाई जाती है। और धनतेरस के दिन हमें कितनी झाड़ू खरीदनी चाहिए इन सभी बातों को आगे हम जानेंगे।
धनतेरस में झाड़ू खरीदने का महत्व
हिंदू धर्म की मान्यताओं और मत्स्य पुराण के अनुसार झाड़ू को श्री माता लक्ष्मी जी का प्रतीक माना जाता है और बृहद संहिता में झाड़ू को सुख संपत्ति बढ़ाने और घर से दरिद्रता हटाने वाली वस्तु माना गया है इसीलिए बहुत पहले से यह परंपरा चलती आई है कि धनतेरस में झाड़ू खरीदी जाए। ऐसा माना जाता है कि यदि धनतेरस के दिन झाड़ू खरीद कर घर लाई जाए तो घर में हो रही सभी प्रकार की धन से संबंधित समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
धनतेरस में झाड़ू क्यों खरीदते हैं
झाड़ू एक ऐसी वस्तु है जो सभी के घर में साफ सफाई करने के काम आती है इसीलिए प्रत्येक घर में झाड़ू का महत्व बहुत बढ़ जाता है। घर की साफ सफाई करने के साथ ऐसा माना जाता है कि घर में प्रतिदिन समय पर झाड़ू लगाने से घर में सुख समृद्धि का वास होता है और घर से सभी प्रकार के कष्ट और नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती हैं।
धनतेरस में कितनी झाड़ू खरीदें
धनतेरस में जब भी झाड़ू खरीदे तो संख्या का विशेष ख्याल रखें कुछ ज्योतिषियों के अनुसार ज्यादा मात्रा में झाड़ू खरीदना अपशगुन हो सकता है आप अपने घर के लिए उतनी ही मात्रा में झाड़ू खरीदे जितनी आपके घर में उपयोगी हो। कुछ लोग ज्यादा मात्रा में धनतेरस के दिन झाड़ू खरीद लेते हैं और उनके द्वारा खरीदी गई झाड़ू बाकी समय में घर में उपयोग नहीं आती और एक जगह पड़ी रहती हैं इसे शुभ नहीं माना जाता। झाड़ू खरीदे और अपने घर की साफ सफाई में झाड़ू का उपयोग भी करें।
Note - ऊपर दी गई जानकारी को पुरानी मान्यताओं पुराणों और हिंदू पंचांग से लिया गया है इसीलिए इन बातों की सत्यता की जिम्मेदारी हमारी वेबसाइट नहीं लेती।