पितृपक्ष में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए | Pitru Paksha me kya khana chahiye aur kya nahi khana chahiye
पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष हिंदू धर्म में अपने पुरखों को याद करने का एक तरीका है। पितृपक्ष 15 दिनों तक होते हैं और इन 15 दिनों में लोग अपने गुजरे हुए पुरखों को घर पर लाते हैं और उनकी सेवा करते हैं पितृपक्ष के दौरान हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
हमें ध्यान रखना चाहिए कि श्राद्ध पक्ष के दौरान हमें कौन सी चीजें करनी चाहिए और कौन सी चीजों से दूर रहना चाहिए। यदि आप पितृपक्ष का सही लाभ लेना चाहते हैं तो नीचे बताई गई जानकारी को अच्छे से समझ गए इस बार पितृ पक्ष में लागू करें इससे आपके पुरखे प्रसन्न होंगे और आपके मन को भी शांति मिलेगी।Pitru Paksha me kya khana chahiye aur kya nahi khana chahiye
पितृपक्ष में क्या खाना चाहिए | Pitru Paksha me kya khana chahiye
1 पितृपक्ष में प्रतिदिन सादा भोजन करना चाहिए।
2. जो भोजन हम ब्राह्मणों को दान करते हैं वही भोजन हमें भी ग्रहण करना चाहिए।
3. और उसी भोजन को हमारे पुरखों को अर्पित करना चाहिए।
4. ज्यादातर ब्राह्मणों को भोजन दोपहर के समय में कराया जाता है क्योंकि सुबह और शाम का समय देवी देवताओं के लिए रखा गया है इसीलिए दोपहर का समय ही पितरों का होता है।
5. ब्राह्मणों को भोजन कराते समय भोजन में मिठाई, फल, सब्जी, पूड़ी आदि होने चाहिए।
6. पितृपक्ष के दौरान कोव्वे को भोजन कराना चाहिए घर का खाना बन जाने के पश्चात घर के पितरों को खाना अर्पण करने के बाद अपने घर की छत या दीवार में एक कटोरी में कोव्ए के लिए भोजन रखना चाहिए।
7. कौवे के अलावा पितृ पक्ष में गाय को भोजन कराना भी उचित माना गया है। आप चाहे तो अपने घर की गाय या अन्य कोई गाय को पितृपक्ष के दौरान प्रतिदिन भोजन करा सकते हैं गाय को भोजन कराने के लिए आप रोटी, गुड़ और घांस का उपयोग करें।
पितृपक्ष में क्या नहीं खाना चाहिए | Pitru Paksha me kya nahi khana chahiye
1 पितृपक्ष में मसूर की दाल, धतूरा, अलसी, मादर की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए।
2. पितृपक्ष के दौरान मांस, मछली, मुर्गा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
3. पितृपक्ष के लिए सादा भोजन बनाते समय भोजन में ज्यादा मात्रा में तेल नमक और मसाले का उपयोग नहीं करना चाहिए
4. पितृपक्ष में अंडा भी नहीं खाना चाहिए।
6. पितृपक्ष के दौरान किसी भी नशीले पदार्थ जैसे कि गांजा, भांग, बीड़ी, सिगरेट, मदिरा, दारू, थर्रा आदि से पूरी तरह दूर रहना चाहिए।
7. श्राद्ध के दौरान किसी भी नए घर में प्रवेश नहीं करना चाहिए। क्योंकि पुराने पुरखे ज्यादातर पुराने घरों में ही आते हैं इसीलिए यदि आप अपने पुरखों को अपने घर में आदर पूर्वक बुलाना चाहते हैं तो उस घर का उपयोग करें जिसमें आपकी पुरखे रहा करते थे नए घर का उपयोग बिल्कुल भी ना करें।
8. पितृपक्ष के दौरान किसी भी तरह से किसी भी स्त्री के संपर्क में नहीं जाना चाहिए और अपने काम उद्दीपन को नियंत्रण में रखना चाहिए।
ऊपर बताई गई बातों का यदि आप श्राद्ध पक्ष या पितृपक्ष के दौरान नियम पूर्वक पालन करते हैं तो आपके पुरखे आप से अवश्य प्रसन्न होंगे और आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे।
हम आपसे आशा करते हैं कि अब आप समझ गए होंगे कि पितृपक्ष में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए | Pitru Paksha me kya khana chahiye aur kya nahi khana chahiye.