पितृ पक्ष में क्या करना चाहिए | Pitru paksha me kya karna chahiye
पितृ पक्ष में क्या करना चाहिए | Pitru paksha me kya karna chahiye |
कौवे को भोजन कराना चाहिए
कौए को खाना क्यो खिलाया जाता है:- कौवा एक शातिर पक्षी होता है जो कि लगभग हर प्रकार की चीजों को खाता है यह पूरे काले रंग का होता है और कुछ कौए हल्के भूरे और कुछ हल्के सफेद रंग के भी होते हैं। कव्वे को यम का प्रतीक माना जाता है और सभी चाहते हैं कि यम देवता हमसे प्रसन्न रहें इसी लिए श्राद्ध के समय में कुछ लोग श्राद्ध का कुछ हिस्सा कौवे को देते हैं।
इसके अलावा कौवे को पूर्वजों का स्वरूप माना जाता है इसीलिए पिंडदान और श्राद्ध के समय कौवे को भोजन दिया जाता है। पितृपक्ष में कौवे के लिए भोजन लोग अपने छत पर रख देते हैं और कौवा आकर उस भोजन को खा लेता है। ऐसा माना जाता है कि यदि कोवा आकर उस भोजन को खाता है तो आपके पूर्वज आपसे प्रसन्न हैं। वेद पुराणों में कौए को शुभ अशुभ का प्रतीक माना जाता है इसीलिए इसे खुश रखना भी जरूरी है। इसी तरह से पूर्वजों का आशीर्वाद पाने और कौवे को खुश रखने के लिए पितृपक्ष और श्राद्ध में पिंडदान के समय कौवे को भोजन कराया जाता है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण- यदि हम पितृ पक्ष में हुए को भोजन कराने से संबंधित वैज्ञानिक तथ्य खोजें, तो हम पाएंगे अगस्त, सितंबर और अक्टूबर के महीनों में ज्यादातर खेतों में फसल लगी हुई होती है और बारिश के कारण ज्यादातर खाने पीने की चीजें खराब हो जाती हैं। ऐसे में कौवे और कौवे की तरह अन्य पक्षी अपने भोजन की तलाश नहीं कर पाते और ज्यादातर जगहों में उन्हें भोजन नहीं मिल पाता। इसीलिए हमारे पूर्वजों ने ताकि कव्वे को खाना मिल सके इसीलिए ऐसी परंपरा शुरू की जिसमें पितृपक्ष के दौरान प्रतिदिन कव्वे को भोजन कराया जाए। कौवे को डाले गए भोजन को ज्यादातर कव्वे और अन्य पक्षियों खाते हैं जो की प्रकृति के लिए महत्वपूर्ण है।
अब आप दोनों वैज्ञानिक और पारंपरिक दृष्टिकोण से समझ गए होंगे कि हमें श्राद्ध के दौरान कौवे को क्यों खाना खिलाना चाहिए और पितृ पक्ष में हमें क्या करना चाहिए।