गलती से नवरात्रि उपवास व्रत टूट जाए तो क्या करें | Navratri upvas Vrat toot Jaye to kya kare
हिंदू धर्म में नवरात्र का बहुत महत्व होता है। नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा पूरे विधि विधान के साथ की जाती है। नवरात्र में मां दुर्गा के भक्त नौ दिनों का कठिन व्रत भी रखते हैं। मां दुर्गा अपने भक्तों की प्रार्थनाएं सुनती हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं उन्हें हर मुसीबतों से बचाकर रखती हैं और किसी भी तरह का कष्ट नहीं आने देती है। लेकिन कई बार भक्तों से जाने अनजाने में ऐसी भूल हो जाती है जिसके कारण से मां दुर्गा के लिए रखा गया व्रत या उपवास टूट जाता है इसे "व्रत का खंडित हो जाना" भी कहते हैं। व्रत का खंडित हो जाना काफी अशुभ माना जाता है।
नवरात्रि के दौरान उपवास टूट जाने पर क्या करें
माता रानी के भक्तों को सबसे पहले इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि मां के लिए रखा गया व्रत या उपवास किसी भी स्थिति में टूटे ना। यदि किसी कारणवश या मजबूरी में व्रत को खंडित करना पड़ रहा है तो इसके लिए शास्त्रों में कुछ उपाय बताए गए हैं जिनका पालन करने से व्रत के टूटने के दोष से बचा जा सकता है। आगे हम जानेंगे कि किन उपायों को अपनाने के बाद व्रत दोष से बचा जा सकता है।
कभी-कभी व्रत टूट जाने या अधूरा रह जाने से भक्त परेशान हो जाते हैं भक्तों को लगने लगता है कि उनकी आराधना और पूजा अधूरी रह गई है अगर ऐसा आपके साथ भी होता है तो आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है हमारे हिंदू धर्म में इसके लिए भी उपाय बताए गए हैं इनका पालन करके देवी देवताओं को प्रसन्न किया जा सकता है और उनसे आशीर्वाद लेकर व्रत को फिर से शुरू किया जा सकता है।
उपवास व्रत टूट जाए तो क्या करें
1.सबसे पहले तो यदि आपका व्रत या उपवास टूट गया है तो सबसे पहले माता रानी के चरण स्पर्श करके अपने मन में सच्चे दिल से आस्था रखते हुए माता रानी से माफी मांगे। अपने किए गए गलत कामों का प्रायश्चित करें और मन में ये कसम खाएं कि आगे से दोबारा आप ऐसा नहीं करेंगे।
2. उपवास टूट जाने की स्थिति में माता रानी को फिर से एक बार और प्रसाद अर्पित करना चाहिए प्रसाद में पूरी सब्जी खीर और मिठाइयों को शामिल करना चाहिए इसके बाद माता रानी की दोबारा पूजा करके 7 कन्याओं या जितनी कन्याएं उपलब्ध हो सके उन्हें कन्या भोजन कराना चाहिए कन्या भोजन कराने के बाद कन्याओं को मिठाई देनी चाहिए और कन्याओं से भी अपनी गलती के लिए माफी मांगनी चाहिए।
3. व्रत टूटने के बाद दोबारा माता रानी की पूजा शुरू करने के लिए माता रानी को दूध, दही, शहद और शक्कर से स्नान कराना चाहिए। इसके बाद मूर्ति की पूजा 16 तरह की पूजन सामग्रियों के साथ करनी चाहिए जैसा कि माता की स्थापना के समय शुरुआत में किया जाता है।
4. किसी अच्छे और ज्ञानी पंडित से सलाह लेकर अपने टूटे गए व्रत के बारे में जानकारी लेना चाहिए और ब्राह्मणों को दान करना चाहिए।
5. जब आपको पूरी तरह अपनी गलती का एहसास हो जाए और आप माता रानी से क्षमा मांग लें तो आप नवरात्रि के 9 दिनों के बीच में ही अपना व्रत दोबारा से प्रारंभ कर सकते हैं।
6. नवरात्रि के आखरी दिन माता रानी का हवन करते समय माता रानी से बीच में उपवास टूट जाने के कारण हवन के बाद माता रानी से फिर से माफी मांगे।
7. यदि सच्चे दिल से माता रानी से माफी मांगी जाती है तो माता अपने भक्तों को जरूर माफ करती है और उनकी सभी प्रार्थना सुनती हैं और उनके दिल की सभी इच्छाएं पूरी करती हैं।
8. इसीलिए जब कभी आप से किसी भी तरह का उपवास टूट जाए तो सबसे पहले आप जिस भगवान का उपवास रख रहे हैं उन भगवान से हाथ जोड़कर, चरण स्पर्श करके, सच्चे दिल से माफी मांगे। यदि आपका दिल सच्चा है तो आपके इष्ट देव या माता रानी आपको जरूर माफ कर देंगी।
उम्मीद करते हैं दोस्तों अब आप समझ गए होंगे कि नवरात्रि के दिनों में व्रत या उपवास टूट जाने के बाद आपको क्या करना है। आपको ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है ऊपर बताए गए तरीकों को अपनाकर आप माता रानी को प्रसन्न कर सकते हैं "जय माता दी"
नोट - ऊपर दी गई जानकारी को हिंदू कैलेंडर, हिंदू शास्त्र, हिंदू कथा कहानियों से लिया गया है। बताई गई बातों की सच्चाई की गारंटी हमारी वेबसाइट नहीं लेती।