राम से बड़ा राम का नाम | Ram se bada Ram ka naam
आज हम पढ़ेंगे रामायण के एक प्रसंग के बारे में जिसमें बताया गया है कि श्री राम से बड़ा, श्री राम का नाम होता है। और जानेंगे कि कैसे हमारे ही अंदर कुछ शक्तियां छुपी हुई होती है और उनका पता हमें नहीं होता।
बात उस समय की है जब सारे वानर रामसेतु के निर्माण में व्यस्त थे, राम उन वानरों को देख कर सोच रहे थे, “कि ये मेरा नाम पत्थरों में लिख कर समंदर में फ़ेक रहे है तो पत्थर डूब नहीं रहे है, तो अगर में स्वयं कोई पत्थर फेकू तो उसका क्या होगा?”
यही सोचते हुए उन्होंने एक छोटा सा पत्थर उठाकर समंदर में फ़ेक, लेकिन वह पत्थर डूब गया। उन्हें ऐसा करते हुए हनुमान जी ने देख लिया। वे उनके पास गए और बोले “भगवान आप के अंदर इतनी सारी शक्तियां है जिनका ज्ञान आपको भी नहीं, उन्हीं शक्तियों में से एक शक्ति आप का नाम भी है जो आप से भी बड़ा है”
कहने का मतलब ये दोस्तों हमारे अंदर भी बहुत सी शक्तियां है हम भी बहुत कुछ कर सकते है, लेकिन हमारी शक्तियों का फायदा दूसरे उठा रहे है। “वानरों के पास कोई शक्ति नहीं, वो राम की शक्ति का फायदा उठा रहे है राम को इसका पता भी नहीं” इसी तरह दोस्तों “आपको आपकी शक्ति का पता नहीं, लेकिन आपकी शक्ति का फायदा दूसरे आपका बॉस, मालिक, साहब, रिश्तेदार, दोस्त आदि उठाते रहते है। यहां शक्ति से मेरा मतलब काम (work) से है। यदि हम अपने अंदर छुपी हुई शक्तियों को पहचान कर अपने लिए काम करें, तो हम अपने जीवन में और ज्यादा सफल हो सकते हैं।
इसीलिए कहां गया है "राम से बड़ा, राम का नाम" तो दोस्तों अपने अंदर की शक्तियों को पहचानिए, और उसके अनुसार काम कीजिये, इसके बाद आपको भी महान और सफल बनने से कोई नही रोक सकता। मेरी बातें अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को शेयर करके Comment में लिखिए- “जय श्री राम”