पादना क्या होता है लोग पादते क्यों हैं | What is farting in Hindi
पाद क्या होता है Paadna kya hota hai-
जब हम कुछ खाते हैं तो वो खाना हमारे पेट में जाकर पचता है। हमारे द्वारा खाया हुआ खाना कई हिस्सों में टूटता है। इस प्रक्रिया के दौरान हमारी आंतों में गैस बनती है ये गैस हमारे मुंह से डकार के रूप में और हमारे पीछे की ओर से पाद के रूप में बाहर निकलती है। पादना एक नॉर्मल प्रक्रिया है हर इंसान और जानवर पादने की क्रिया करते हैं इसमें कोई शर्माने वाली बात नहीं है।
कम पाद के लिए क्या करें
लेकिन जब पाद ज्यादा मात्रा में निकलने लगे तो ये हमारे पेट में गड़बड़ होने का संकेत देता है पेट में गैस होने पर, भोजन में मूंग, चना, मटर, अरहर, आलू, सेम, चावल, राजमा, तेज मिर्च, तेज मिर्च मसाले युक्त आहार अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में ज्यादा गैस बनती है जिससे ज्यादा पाद निकलता है ज्यादा पाद से बचने के लिए ऐसे भोजन का सेवन ज्यादा मात्रा में ना करें। आसानी से पचने वाले भोजन जैसे की सब्जियां, खिचड़ी, चोकर सहित बने आटे की रोटी, दूध, कद्दू, पालक, शलजम, अदरक, आंवला, नींबू इत्यादि का प्रयोग करें ये भोजन पचने समय ज्यादा गैस नहीं बनाता जिससे हमारा पाद कम निकलता है।
एक बात का और ध्यान रखें खाना खाते समय खाना को चबा-चबा कर खाएं चबा-चबा कर खाया हुआ भोजन पेट में आसानी से पचता है। और पेट में ज्यादा मात्रा में गैस नहीं बनती जिससे पाद कम आता है।
लोग क्यो पादते हैं
जब हमारा खाया हुआ भोजन आंतों में पहुंचता है तो उसमें बैक्टीरिया काम करने लगते हैं ये बैक्टीरिया हानिकारक बिल्कुल भी नहीं होते ये हमारे शरीर को स्वस्थ रखते हैं और हमारे खाए हुए भोजन को पचाते हैं। हमारे खाए हुए भोजन में से पोषक तत्वों को बाहर निकालते हैं। कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिसे हमारा शरीर आसानी से नहीं पचा पाता इस कारण भी पेट में गैस बनती है। अब जब पेट में गैस बनेगी तो वह किसी ना किसी तरीके से बाहर भी निकलेगी ये गैस डकार के द्वारा और पाद के द्वारा शरीर से बाहर निकलती है।
सभी पादते हैं
पादने में कभी शर्मिंदा नहीं होना चाहिए ये एक नेचुरल प्रक्रिया है जो सभी के साथ होती है लड़कियां भी पाती हैं, और लड़के भी पाते हैं, जानवर भी पादते हैं। कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि पुरुष महिलाओं की तुलना में ज्यादा पाते हैं लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है दोनों बराबर मात्रा में पादते हैं ये उनके खाए हुए भोजन पर डिपेंड करता है कि कौन व्यक्ति कब, कहां और कितना पादेगा।
पाद से बदबू क्यो आती है
हमारी पाद से बदबू इसलिए आती है क्योंकि निकलने वाली गैस में सल्फर होता है। सल्फर की बदबू हमारी नाकों में आती है और यह गंध हमें मल की तरह महसूस होती है इसीलिए पाद से दुर्गंध आती है।
एक इंसान कितना पादता है
एक नॉर्मल इंसान दिन में 5 से 10 बार तक पाद सकता है और डिपेंड करता है कि उसने भोजन कैसा किया है। यदि उसने ज्यादा गैस वाला भोजन किया है तो उसे ज्यादा पाद आएगा और कम गैस वाला भोजन किया है तो कम पाद आएगा लेकिन पाद आएगा जरूर।
पाद से बचने के लिए क्या करें
यदि आप चाहते हैं कि आपको पादने के मामले में लोगों के सामने शर्मिंदा ना होना पड़े तो आसानी से पचने वाला भोजन करें। ऐसा भोजन बिल्कुल भी ना करें जिसमें ज्यादा मात्रा में गैस बनती हो। जब आपके पेट में गैस बनेगी ही नहीं तो उसे निकलने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी और आपका पाद भी नहीं निकलेगा और आप स्वस्थ भी रहेंगे।
पादना कोई बीमारी नहीं
एक बात में ध्यान दें पादना किसी भी तरह की बीमारी नहीं है। ये एक शरीर एक प्रक्रिया है जो सभी के साथ होती है। लेकिन हां जब पाद बार-बार आने लगे और पाद में से तेज़ दुर्गंध आए तो हो सकता है आपके पेट या आंतों में कुछ प्रॉब्लम हो। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
अब आप समझ ही गए होंगे कि पादना क्या होता है। और हम क्यों पादते हैं। इसीलिए पादने के मामले में कभी शर्मिंदा ना हो, कोशिश करें लोगों के सामने ना पादने की। पादने की प्रक्रिया अकेले में ही करें। जैसे हम शौच के लिए अकेले में जाते हैं ऐसे ही पादने के लिए किसी अकेले स्थान में जाएं जहां पर कोई ना हो और आराम से पादें। पादने के मामले में आपके क्या विचार है कमेंट में अपनी राय जरूर दीजिएगा।