सोने और जागने का सही समय | Raat ko sone ka sahi samay kya hai
जिन लोगों के सोने और जागने का समय निश्चित नहीं होता ऐसे लोग अक्सर बीमारियों और तनाव से घिरे होते हैं ऐसे लोगों का बार बार पेट खराब होते रहता है और किसी काम में मन नहीं लगता। सोने और जागने का समय निर्धारित करना हमारे लिए कभी-कभी कठिन हो जाता है काम के चलते इंसान को रात में देर रात तक जग कर काम करना पड़ता है इसीलिए सुबह उठने में बड़ी मुश्किल होती है। लेकिन यदि कोशिश की जाए तो क्या नहीं हो सकता। आज हम बात करेंगे कि हमारे लिए सोने और जागने का सही समय क्या है ताकि हम समय में सो पाए और समय में उठ पाए।
सुबह देर से उठने के नुकसान
सुबह देर से उठने के कई नुकसान है सुबह देर से सोकर उठने से शरीर अपनी दिनचर्या को ठीक तरह से नहीं कर पाता और शरीर बीमारियों की चपेट में आ जाता है। देर से सोकर उठने के कारण हम किसी भी तरह का व्यायाम नहीं कर पाते इस कारण हम धीरे-धीरे मोटापे का शिकार होते जाते हैं और हमारा वजन बढ़ने लगता है। देर से उठने से हमारे दिमाग में हार्मोन असंतुलन भी होता है इस कारण से धीरे-धीरे इंसान डिप्रेशन में जाने लगता है देर से उठने से दिल की बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है। ज्यादा देर तक सोने से याददाश्त भी कमजोर होती है और दिमाग पर भी असर पड़ता है।
समय से सोने और समय पर उठने के फायदे
सही समय पर सोने और सही समय पर उठने के बहुत से फायदे हैं ऐसा करने से हमारे पाचन तंत्र में सुधार होता है शरीर का वजन संतुलित रहता है और हम व्यायाम के लिए समय निकाल पाते हैं। शरीर और मन खुश मिजाज रहता है काम में हमारी एकाग्रता बढ़ती है और हमारा मन चिंता मुक्त रहता है। सिरदर्द जैसी परेशानियों से राहत मिलती है। हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है और हम दिनभर तरोताजा महसूस करते हैं।
सोने और जागने का सही समय
अब हम बात करते हैं कि हमारे लिए सोने और जागने का सही समय क्या है ये समय सभी के लिए अलग-अलग हो सकता है लेकिन एक बात का ध्यान रहे आपको एक रात में 8 घंटे की नींद जरूर पूरी करनी है। इसीलिए यदि आप सोने का सही समय खोज रहे हैं तो आपके लिए सोने का सही समय रात 10:00 बजे है और उठने का सही समय सुबह 5:00 बजे है। आयुर्वेद के अनुसार ऐसा माना जाता है कि ब्रह्म मुहूर्त में उठने से शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं। इसीलिए हमें रात के 10:00 बजे सो जाना चाहिए और सुबह 5:00 बजे उठ जाना चाहिए। यदि हम किसी कारणवश या काम के चलते ऐसा नहीं कर पाते तो हमें कम से कम रात की 11:00 बजे तक सो जाना चाहिए और सुबह 6:00 बजे तक उठ जाना चाहिए। ऐसा करने से हमारा शरीर तंदुरुस्त रहेगा दिमाग में आने होने वाले ब्रैनफोग से भी हम बच पाएंगे। समय पर उठने और समय पर सोने के बहुत सी फायदे हैं ऐसा करने से ये सभी फायदे हमें धीरे-धीरे मिलने लगेंगे और हमारा शरीर तंदुरुस्त रहेगा।
उम्मीद करते हैं दोस्तों इतना सब पढ़ने के बाद आप भी अपने सोने और जागने का टाइम टेबल निर्धारित कर पाएंगे। समय पर सोना और समय पर उठना हमारे शरीर और दिमाग दोनों के लिए बहुत जरूरी है। इसीलिए आप भी अपना समय पर सोने और समय पर जागने का टाइम टेबल निर्धारित करें और उसका नियमित रूप से पालन करें।