मरने के बाद लोग कहां जाते हैं | Marne ke baad log kahan jate hain
आज हम जानेंगे कि आखिर मरने के बाद लोग कहां चले जाते है। क्या मरने के बाद भी कोई जीवन होता है।
मृत्यु अटल सत्य है जो भी इस दुनिया में जन्म लेता है एक ना एक दिन उसका अंत तय होता है। चाहे वह इंसान हो, चाहे जानवर हो, चाहे पेड़-पौधे हो, इंसान सभ्यता के प्रारंभ से ही इस बात को लेकर काफी उत्सुक रहता है कि आखिर मरने के बाद लोग कहां जाते हैं क्या मरने की बात लोगों को नया जीवन मिलता है। ऐसे बहुत से प्रश्न है जो इंसान के मन में उठते हैं और इंसान इन्हीं प्रश्नों का उत्तर ढूंढते रहता है। आज हम कोशिश करेंगे इसी बात को जानने की कि आखिर मरने के बाद इंसान कहां चला जाता है।
मरने के बाद लोग कहां जाते हैं
धर्म के अनुसार यदि देखा जाए तो प्रत्येक धर्म की अपने अलग-अलग विचार हैं हिंदू धर्म के अनुसार मरने के बाद व्यक्ति स्वर्ग या नरक में जाता है। वही हम बात करें मुस्लिम धर्म की तो मुस्लिम धर्म के अनुसार व्यक्ति मरने के बाद जन्नत या जहन्नुम में जाता है। और यदि हम ईसाई धर्म की बात करें तो ईसाई धर्म के अनुसार मरने के बाद व्यक्ति हेवन या हेल में जाता है। सभी धर्मों में मरने के बाद व्यक्ति के दो रास्ते बताए गए हैं जो व्यक्ति मरने के बाद स्वर्ग, जन्नत और हेवन में जाते हैं उनका जीवन धन्य हो जाता है उन्हें स्वर्ग में बहुत सुख सुविधाएं मिलती हैं। ऐसा माना जाता है कि स्वर्ग में वही व्यक्ति जाते हैं जिन्होंने अपने जीवन में अच्छे काम किए हो। और वही इसके विपरीत जो व्यक्ति अपने जीवन में बुरे कर्म करते हैं उन्हें नरक या जहन्नुम नसीब होता है जहां पर उन्हें कई तरह से प्रताड़ित किया जाता है।
क्या मरने के बाद भी कोई जीवन होता है
कई पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मरने के बाद व्यक्ति का पुनर्जन्म भी होता है जो व्यक्ति स्वर्ग में अपना समय व्यतीत कर लेते हैं ऐसा माना जाता है ईश्वर उन्हें धरती पर दोबारा जन्म लेने के लिए भेजता है।
वही वैज्ञानिक मत के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसके जीवन का अंत वही हो जाता है। विज्ञान किसी भी तरह से स्वर्ग और नर्क को नहीं मानता। विज्ञान का कहना है कि यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसके जीवन का अंत वही हो जाता है। मृत्यु के बाद जीवन की कोई संभावना नहीं होती। ना तो स्वर्ग होता है और ना ही नर्क होता है। आज तक यह बात कभी साबित नहीं हो पाई है कि व्यक्ति को मरने के बाद स्वर्ग या नरक भोगना पड़ता है। कुछ लोगों की माने तो यह धरती ही स्वर्ग और नर्क है यदि हम जीवित रहते हुए अच्छे कर्म करेंगे तो हमें धरती में ही स्वर्ग भोगने को मिल जाएगा और यदि हम अपने जीवन में बुरे कर्म करेंगे तो हमें इसी धरती में अपने पापों का पश्चाताप करना होगा।
इस तरह से देखा जाए तो पौराणिक और वैज्ञानिक दोनों आधार में मृत्यु के बाद जीवन को लेकर मतभेद हैं लेकिन इस दुनिया में व्यक्ति को खुली आजादी है कि वह अपने विचार किस तरह से रखता है यदि उसे लगता है कि मरने के बाद वह स्वर्ग या नर्क में जाएगा तो यह उसकी सोच पर निर्भर करता है। और यदि व्यक्ति सोचता है कि वह इसी धरती में रहते हुए ही स्वर्ग और नर्क दोनों भोगेगा तो यह भी उसकी सोच के ऊपर निर्भर करता है।
आखिर में इस बात का सार यही निकलता है की चाहे स्वर्ग और नर्क का अस्तित्व हो या ना हो इस बात की चिंता को छोड़कर हमें अपने इसी जीवन को सुंदर बनाना चाहिए और इसी जीवन में अच्छे कर्म करने चाहिए। आपके क्या विचार है मृत्यु के बाद जीवन के बारे में हमारी साथ कमेंट में जरूर शेयर कीजिएगा।