लोग क्यों मरते हैं | log kyo marte hain
आज हम जानेंगे कि आखिर लोग मरते क्यों है।
मृत्यु एक अटल सत्य है इस दुनिया में जो भी जन्म लेता है एक ना एक दिन उसका अंत जरूर होता है। चाहे वह इंसान हो, चाहे जानवर हो, चाहे पेड़ पौधे हो, जो भी इस दुनिया में आता है उसे एक ना एक दिन इस दुनिया को छोड़ कर जाना होता है। लेकिन अब हमारे मन में प्रश्न उठता है कि आखिर हमें इस दुनिया को छोड़कर क्यों जाना पड़ता है आखिर हम क्यों मरते हैं। ऐसा क्यों नहीं होता कि हम अमर हो जाए और सारी जिंदगी अपना जीवन जीते रहे। ऐसे ही कई प्रश्न हमारे मन में उठते हैं आज हम ऐसे ही प्रश्नों का उत्तर जानेंगे और जानेंगे कि आखिर लोग मरते क्यों हैं।
हम क्यों मरते हैं
ऐसा माना जाता है कि ईश्वर ने सभी के लिए जीवन जीने के लिए एक निश्चित समय सीमा तय की है। और जब ईश्वर के द्वारा तय की गई समय सीमा पूरी हो जाती है तो इसके पश्चात हमारी मृत्यु हो जाती है। मृत्यु को कोई नहीं रोक सकता हर एक व्यक्ति को कभी ना कभी मरना ही पड़ता है।
इंसानी जीवन के चार चरण होते हैं इन चार चरण को भोगने के बाद इंसान मर जाता है पहला चरण होता है बचपन का, दूसरा चरण होता है किशोरावस्था का, तीसरा चरण होता है जवानी का, और चौथा चरण होता है बुढ़ापे का। बुढ़ापे में आने के बाद व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।
वैज्ञानिक कारण
यदि हम वैज्ञानिकों की माने तो जन्म लेने के साथ ही धीरे-धीरे हमारा शरीर पुराने होने लगता है हमारी हड्डियां त्वचा और शरीर की मांसपेशियां समय के साथ धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं। हमारे सोचने समझने की क्षमता भी समय के साथ खत्म होती जाती है। और धीरे-धीरे करके जब हम बुढ़ापे में आते हैं तब हमारा शरीर पूरी तरह से टूट जाता है हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, त्वचा लटक जाती है, सोचने समझने की शक्ति नहीं रह जाती, व्यक्ति कमजोर हो जाता है और उसका शरीर साथ नहीं देता इसके बाद व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।
दोस्तों हमें अपनी मृत्यु की चिंता छोड़ कर अपने आज में ध्यान देना चाहिए। मृत्यु एक अटल सत्य है जो कभी ना कभी आनी ही है तो क्या हम जिंदगी भर मृत्यु का ही इंतजार करते रहेंगे। इसीलिए हमें मृत्यु की चिंता छोड़ कर अपने जीवन को आनंद पूर्वक जीना चाहिए। अपने जीवन में अच्छे कर्म करने चाहिए। हमें एक स्वस्थ जीवन जीना चाहिए ताकि हम लंबे समय तक जीवित रह सके। यदि हम मृत्यु की ही चिंता करते रह जाएंगे तो अपने जीवन को सही तरीके से नहीं जी पाएंगे। इसीलिए मृत्यु की चिंता छोड़ो और अपने जीवन को खुल कर जिओ। मृत्यु के बारे में अपने विचार हमारे साथ कमेंट में जरूर शेयर कीजिएगा।