हमारे बचपन की यादें जरूर पढ़ियेगा | Bachpan ki yaaden
दोस्तों आज के बच्चों का बचपन मोबाइल और बस्तों के बोझ तले दब गया है, आज के समय में बच्चे बाहर के बजाए मोबाइल में खेलना पसंद करते हैं और एक हमारा समय था, जब हम दिन-दिन भर अपने खेलों के चक्कर में घर से बाहर रहा करते थे।
भले इसके लिए घर में आकर हमें डांट खानी पड़ती थी लेकिन हम फिर भी बाहर खेलने जाया करते थे और तन मन से उनमें डूब जाया करते थे।
आज मैं आपके साथ ऐसी ही कुछ बचपन की यादें शेयर कर रहा हूं इन यादों को हमने अपने खेलों के सहारे सँजोया है:-
बचपन की यादें
1. पिट्टू:- आपको याद होगा कैसे हम इस खेल को खेलते हुए कभी नहीं थकते थे और सारा सारा दिन पिट्टू खेला करते थे।
2. पांच पत्थर(गुट्टा):- हमारे समय में यह खेल लड़कियों के बीच काफी फेमस था लड़कियां इसे हमेशा स्कूल में खेला करती थी।
3. पुराने चके:- आज के बच्चों को पुराने चके चलाना अजीब लगता होगा, लेकिन हमारे समय में हम दिन दिन भर मोहल्ले की गलियों में चके चलते थे और जिसके पास बाइक का चका होता था उसकी बात ही अलग होती थी।
4. गिल्ली डंडा:- इंडिया में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो इस खेल को ना जानता हो और कभी अपने बचपन में ना खेला हो सभी ने इस खेल को कभी ना कभी खेला है, और बहुत चोटें भी खाई हैं।
5. मीठी चकली:- आपको यह चकली तो याद ही होगी, आज के समय में भी कभी-कभी किसी दुकान में इस चकली को देख कर हमारे बचपन की पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं कि कैसे हम इसे घुमाने के बाद खा लिया करते थे।
6. दीवाली की टिकिया:- यह छोटी सी टिकिया हमें हर बार दिवाली की याद दिला देती है कैसे हम इसे छुपाकर स्कूल ले जाया करते थे, और वहां पर इससे बजाया या फोड़ा करते थे और अपनी प्यारी बंदूक में लगाया करते थे।
वो कितने अच्छे दिन थे दोस्तों, और आज लगता है हम कहां आ गए? वो दिन ही अच्छे थे।
मुझे यकीन है आप सब भी अपने पुराने दिनों और पुराने खेलों को जरूर याद करते होंगे।
कमेंट में मेरे साथ अपनी यादें जरूर शेयर कीजिएगा।