शरीर की इंद्रियों को कैसे कंट्रोल करें 9 सबसे आसान तरीके | How to control the senses of the body
आज के समय में इंसान अपनी इंद्रियों के मोह जाल में फस कर अपना जीवन बर्बाद कर लेता है और बाद में इंद्रियों को कंट्रोल करने का तरीका खोजता रहता है। इसीलिए आज हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ आसान तरीके जिनके माध्यम से आप अपनी इंद्रियों में बहुत हद तक काबू पा सकेंगे।
हमारे शरीर में 14 इंद्रियां होती हैं।
5 ज्ञानेंद्रियां- आंख, कान, नाक, जीभ और त्वचा।
5 कर्मेंद्रियां- हाथ, पैर, मुंह, गुदा और लिंग।
4 अंतःकरण इंद्रियां- मन, बुद्धि, चित्त और अहंकार।
शरीर रूपी रथ में इंद्रियों को घोड़ा और मन को सारथी कहा जाता है लेकिन इस तंत्र में निर्णायक भूमिका बुद्धि की होती है। सही बात है बुद्धि के बल पर ही मन को और इंद्रियों को नियंत्रण में रखा जा सकता है और नियंत्रण में रखकर अपनी आवश्यकतानुसार काम में लिया जा सकता है। हमारे प्राचीन कई योगियों ने अपनी सभी इंद्रियों को अपने वश में कर रखा था जिसकी कारण उनका मन कभी भी विचलित नहीं होता था। यदि हम अपनी इंद्रियों को पूरी तरह नियंत्रण में ना सही लेकिन थोड़ा भी नियंत्रण में कर ले तो स्वस्थ जीवन गुजार सकते हैं। इंद्रियों के भटकावे के कारण ही जीवन में तमाम समस्याएं पैदा होती हैं इंसान इंद्रियों के मोह माया में फस जाता है और अपने जीवन को बर्बाद कर लेता है आइए देखते हैं कुछ तरीके जिनका उपयोग करके हम इंद्रियों पर काबू पा सकते हैं।
इंद्रियों पर काबू पाने का तरीके
1. इंद्रियों पर काबू पाने का सबसे अच्छा तरीका योग है योग चाहे किसी भी तरीके का हो किसी भी प्रकार का हो योग को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाइए और अपनी इंद्रियों पर काबू पाइए।
2. जब कभी आपको लगे आप अपनी इंद्रियों के नियंत्रण से बाहर हो रहे हैं तब एक लंबी वॉक पर निकल जाएं, एक लंबी सैर के लिए निकल जाएं इससे आपका मन इंद्रियों के बहकावे में आने से भटक जाएगा।
3. इंद्रियों के भटकाव से बचने के लिए आप जिस किसी भी धर्म के हो अपने इष्टदेव का ध्यान कीजिए रोज अपने इष्टदेव का ध्यान करने से इंद्रियां कंट्रोल में रहती हैं।
4. इंद्रियों को कंट्रोल में रखने के लिए ज्यादा तामसिक भोजन ना करें यदि आप ज्यादा तामसिक भोजन और मसालेदार भोजन का प्रयोग करते हैं तो ऐसे भोजन को लेने से बचें ऐसा भोजन हमारे मन को विचलित करता है और इंद्रियों को भटकाता है।
5. इंद्रियों को नियंत्रण में रखना और ना रखना पूर्णता हमारे दृढ़ निश्चय पर निर्भर करता है यदि आप दृढ़ निश्चय कर लें कि आप इंद्रियों के बहकावे में कभी भी नहीं आएंगे तो आपको इंद्रियों के बहकावे में आने से कोई नहीं रोक सकता। आप कभी भी इंद्रियों के बहकावे में नहीं आएंगे यदि आप दृढ़ निश्चय कर लेते हैं तो।
6. हमारी इंद्रियां हमेशा सिर्फ अपने बारे में सोचती हैं हमारी इंद्रियों को हमारे शरीर की जरा भी फिक्र नहीं होती जीभ हमेशा अच्छा खाना चाहती है, आंख हमेशा अच्छा देखना चाहती है, कान हमेशा अच्छा सुनना चाहते हैं, इसी कारण हम इंद्रियों के बहकावे में आ जाते हैं।
7. हमें इंद्रियों के बहकावे में नहीं आना है हमें इंद्रियों को कंट्रोल में रखना है हमें इंद्रियों से वही करवाना है जो हमारा मन करना चाहता है हमें वो नहीं करना जो हमारी इंद्रियां करना चाहती हैं।
8. यदि आपने अपने मन को इंद्रियों के बहकावे में आने से रोक लिया तो मान के चलिए आपने सब कुछ जीत लिया। आपको तरक्की की राह में आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।
9. इंद्रियों के बहकावे में ज्यादातर 10 वर्ष की उम्र से लेकर 30 वर्ष की उम्र तक के लोग आते हैं ऐसे लोगों को संभल के रहना चाहिए और प्रतिदिन योगाभ्यास करना चाहिए।
ऊपर बताए गए तरीके आपको अपनी इंद्रियों में कंट्रोल पाने में काफी मदद कर सकते हैं इन तरीकों को अपनाएं और अपनी इंद्रियों पर काबू पाएं। इंद्रियों पर काबू पा लेने के बाद आप सफलता की ओर बढ़ जाएंगे आपको सफल होने से कोई नहीं रोक पाएगा। आपका मन सारथी है जो इंद्रिय रूपी घोड़ों को चलाता है इसीलिए अपने सारथी मन से कहिए की इंद्रियों की लगाम को कस कर रखें। कमेंट में अपने विचार जरूर दीजिएगा।