किसान आंदोलन: कितना सही कितना गलत Kisan andolan
सितंबर माह में केंद्र सरकार 3 नए कृषि कानून लेकर आई थी जिस पर राष्ट्रपति की अनुमति मिलने के बाद वे कानून बन गए। लेकिन किसानों को यह कानून पसंद नहीं आ रहे थे उनका कहना था इन कानूनों से किसानों को नुकसान होगा और निजी खरीददारों को फायदा होगा किसानों को यह डर भी था कि उनको न्यूनतम समर्थन मूल्य भी मिलना खत्म हो सकता है।
इसी कारण कई राज्यों के किसानों ने और कई किसान संगठनों ने सरकार का विरोध करना शुरू कर दिया सबसे ज्यादा विरोध पंजाब और हरियाणा के किसानों ने किया। किसानों का कहना है कि सरकार यह तीनों कानून वापस ले।
आइए हम तीनों कानूनों के बारे में विस्तार से समझते हैं
नई कृषि कानून
1 किसान उपज व्यापार एवं वाणिज्य विधेयक 2020:
इस कानून के अनुसार किसान अपनी फसल को कृषि मंडी के बाहर प्राइवेट संगठनों को बेच सकते हैं या सरल शब्दों में कहें कि किसानों की फसलों को निजी खरीददार बेहतर या कम दामों में खरीद सकते हैं।
2 किसान मूल अनुबंध एवं कृषि सेवा विधेयक 2020:
इस कानून के अनुसार निजी ठेकेदार या पूंजीपति जमीन को किराए पर लेगा और अपने हिसाब से फसल का उत्पादन कर के बाजार में बेचेगा।
3 आवश्यक वस्तु विधेयक 2020:
इस कानून के अनुसार अनाज दालों आलू प्याज जैसे खाद्य पदार्थों के उत्पादन और आपूर्ति के वितरण को विनियमित करता है यानी इस तरह के खाद्य पदार्थ आवश्यक वस्तुओं की सूची से बाहर करने का प्रावधान करता है कहने का मतलब इसके बाद युद्ध व प्राकृतिक आपदा जैसी स्थितियों को छोड़कर भंडारण की कोई सीमा नहीं रह जाएगी पूंजीपति चाहे जितना भी भंडारण कर सकते हैं।
किसान विरोध
किसानों का मानना है कि ये तीनों कानून किसानों के लिए तो खतरनाक है ही साथ ही साथ आम जनता के लिए भी खतरनाक है बड़े पूंजीपतियों और ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने वाले यह कानून यदि लागू हो जाते हैं तो हर वस्तु की कीमत निजी ठेकेदारों और पूंजी पतियों द्वारा ही तय की जाएगी। धीरे-धीरे करके यह आंदोलन बहुत ही बड़ा रूप लेते जा रहा है इस आंदोलन के बीच में ही कुछ किसानों की मृत्यु भी हो चुकी है 26 जनवरी के दिन किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली और लाल किले पर चढ़ाई करने की कोशिश की।
दोस्तों आंदोलन करना सही है लेकिन आंदोलन शांतिपूर्ण किया जाए तो ही अच्छा है यदि विवाद की स्थिति बनती है लोगों को नुकसान पहुंचता है आम जनता परेशान होती है तो ऐसे आंदोलन का कोई मतलब नहीं बनता।
दोस्तों आप के अनुसार आपको क्या लगता है क्या यह तीनों कानून किसान को फायदा पहुंचाएंगे या इससे किसानों को नुकसान होगा कमेंट में जरूर शेयर कीजिएगा।