‘सफलता चाहिए’ तो बदले अपने आप को
मैं शेयर करने जा रहा हूं आप लोगों के साथ कुछ तरीके जो आपको अपने आप को बदलने में मदद करेंगे और आपके जीवन को सफल बनाएंगे। पसंद आए तो लाइक कमेंट और फॉलो करके दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजिएगा।
सबसे पहला काम
सबसे पहले एक पेन और कागज उठाइए और आपने अभी तक जितनी भी गलतियां की है इनमें आप अपनी बुरी आदतों को भी शामिल कर सकते हैं अच्छी तरह स्पष्ट अक्षरों में लिखिए, पूरा लिख देने के बाद उसे देखिए और उन गलतियों के बारे में सोचिए। आपका दिमाग स्वयं ही आपसे कहने लगेगा कि अब आपको बदलाव की जरूरत है।
दूसरा काम
एक दूसरा कागज लीजिए अब उसमें यह लिखिए कि आप किस तरह अपनी गलतियों और अपनी आदतों को बदलेंगे या पूरी तरह रोक देंगे। जैसे कि आपने लिखा मैं सिगरेट पीता हूं तो अब आप को लिखना है कि मैं सिगरेट नहीं पियूंगा या कभी-कभी पीऊंगा, अपने दायरे आपको स्वयं तय करने हैं। इसे पूरा लिख लेने के बाद आपका दिमाग स्वयं में ही हल्की राहत महसूस करेगा।
तीसरा काम
इसके बाद वह कागज जिसमें आपकी बुराइयां गलतियां और आपकी बुरी आदतें लिखी हुई है उसे अपने सामने ही पूरी तरह जला दीजिए। और वह कागज जिसमें आपने लिखा है कि आप अपने आप को बदलेंगे उसे एक बार पढ़ कर किसी ऐसी जगह रख दीजिए जिसे आप बाद में कभी देख सकें।
चौथा काम
इतना सब करने के बाद आपको स्वयं में महसूस होगा कि आप कुछ परसेंटेज में तो तुरंत ही बदल गए हैं आपको यही कुछ परसेंटेज के बदलाव को पूरे सौ में बदलना है, यह आपके ऊपर है मैं वहां आ कर आपको नहीं रोकने वाला कि आप फिर से वही गलतियां करने लगे, आपको ही समझना होगा कि आप अपने आप में कैसे कंट्रोल रखेंगे और अपने आप को बदलेंगे।
पांचवा काम
रोज रात को सोने से पहले उस कागज के बारे में सोचिए जिसे आप ने जलाया था और उस कागज के बारे में भी जिसे आपने अपनी अलमारी में रखा हुआ है। पढ़ने की जरूरत नहीं सिर्फ सोच लीजिए।
छटा काम
रोज अपने आपको आईने में 1 मिनट देखिए और अपने अंदर आने वाले बदलाव को महसूस कीजिए आप पाएंगे आप धीरे-धीरे बदल रहे हैं।
एक बात याद रखिएगा आप अपने आप को स्वयं बदल सकते हैं दूसरे या मेरी तरह के लोग आपको सिर्फ एक आईडिया एक तरीका बता सकते हैं लेकिन अपने आप को बदलने का काम आपको स्वयं ही करना है।
“बदलाव प्रकृति का नियम है जब प्रकृति स्वयं अपने आप को बदल सकती है तो आप क्यों नहीं”