दोस्तों हमें चिंता कब होती है जब हम पर कोई मुसीबत आती है या हम कोई ऐसी गलती कर चुके होते हैं जिसका हमें पछतावा होता है।
तो दोस्तों अब से जब भी आपको चिंता सताए आपको नीचे दी हुई बातें अपने आप से मन में ध्यान लगाकर बोलनी है ऐसा करने से आपको चिंताओं से मुक्ति पाने में मदद मिलेगी।
चिंता को दूर भगाने के तरीके-
- इससे पहले जीवन में मैंने जितने भी गलतियां की है इसके लिए मैं अपने ईश्वर से क्षमा मांगता हूं।
- मेरी जीवन में मुश्किलें पहले भी आई हैं और आगे भी आती रहेंगी, ऐसा इसलिए होगा क्योंकि मैं एक इंसान हूं कोई पशु या ईश्वर नहीं।
- हां मैं चिंता कर रहा हूं! लेकिन अब से मैं अपनी हर चिंता को एक विचार, एक गहन अध्ययन में बदलूंगा। क्योंकि बड़ी से बड़ी चिंता और बड़ी से बड़ी नदी को बांध बनाकर रोका जा सकता है या उसकी धारा को मोड़ा जा सकता है।
- मैं अपने विचार और अध्ययन से सीख लूंगा कि कैसे आने वाली मुश्किलों से लड़ा जाए। क्योंकि मैं जानता हूं कि अपनी चिंताओं से लड़ना मुझे ही सीखना होगा।
- मैं कांच की तरह कमजोर हूं और मैं टूट चुका हूं! लेकिन अब मैं उन्हीं टूटे हुए कांच के टुकड़ों को अपना हथियार बना लूंगा।
दोस्तों इस दुनिया में चाहे कोई कितना भी ज्ञानी, कितने भी पैसे वाला क्यों ना हो, उसे चिंता जरूर सताती है आने वाले भविष्य की या फिर छूटे हुए अतीत की।
अपनी सोच को बदलो, अपने अंदर पूर्ण परिवर्तन लेकर आओ, काम में पूरा ध्यान दो, और जब इसका फल आपको मिलेगा आपकी सारी चिंताएं दूर हो जायेंगी।