दोस्तों सोचना अच्छी बात है लेकिन ज्यादा सोचना खतरनाक हो सकता है क्योंकि जब भी हम ज्यादा सोचते हैं हम नकारात्मक बातों की ओर बढ़ने लगते हैं, ज्यादा सोचने का मतलब होता है दोस्तों नकारात्मक सोचना। आपने गौर किया होगा जब भी आप ज्यादा सोचते हैं आप नकारात्मक बातें सोचते हैं।
आपका दिमाग ज्यादा देर तक पॉजिटिव बातें नहीं सोच सकता, इसीलिए जब भी आप ज्यादा सोचते हैं तो धीरे-धीरे आपके दिमाग में नेगेटिविटी आने लगती है आपको डर लगने लगता है और आप घबराने लगते हैं, इसके बाद आपके डरने और घबराने में आपका शरीर पूरा साथ देता है।
दोस्तों ज्यादा सोचने से आप बीमार पड़ सकते हैं, आप पागल हो सकते हैं, आपको कोई भी मानसिक बीमारी लग सकती है, इसलिए दोस्तों कोशिश कीजिए कम से कम सोचने की। हां!! यदि आप ज्यादा सोचते हैं तो पॉजिटिव बातें सोचिए और जब कभी आपको लगे कि आपके मन में अब नेगेटिव बातें आने लगी हैं तुरंत सुचना छोड़कर कोई दूसरा काम करने लग जाइये।
इसके साथ ही योग और ध्यान को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाइये।